इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 के लिए मेगा ऑक्शन 24 और 25 नवंबर को सऊदी अरब के जेद्दा में आयोजित किया गया। इससे पहले 1 नवंबर को सभी फ्रेंचाइजियों ने अपनी रिटेंशन लिस्ट जारी की। इसी लिस्ट में एक चौंकाने वाला नाम गायब था—मोहम्मद सिराज। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने अपने इस प्रमुख गेंदबाज को रिटेन नहीं किया, जिससे क्रिकेट प्रशंसकों में हलचल मच गई।
मोहम्मद सिराज 2018 से RCB का हिस्सा रहे और अपनी तेज गेंदबाजी से टीम की सफलता में योगदान देते रहे। लेकिन जब गुजरात टाइटन्स ने मेगा ऑक्शन में सिराज पर ₹12.25 करोड़ की भारी भरकम बोली लगाई और RCB ने उनके लिए राइट टू मैच (RTM) कार्ड का इस्तेमाल नहीं किया, तो प्रशंसकों के बीच हैरानी और सवालों की लहर दौड़ गई।
RCB के फैसले के पीछे की वजह
इस फैसले पर RCB के डायरेक्टर ऑफ क्रिकेट, मो बोबाट ने हाल ही में ईएसपीएनक्रिकइन्फो को दिए एक इंटरव्यू में सफाई दी। उन्होंने कहा, “सिराज हमारे लिए हमेशा एक अहम खिलाड़ी रहे हैं। उनके साथ हमारा रिश्ता बहुत खास रहा है। लेकिन IPL 2025 के लिए हमारी रणनीति अलग थी। हम भुवनेश्वर कुमार को टीम में शामिल करना चाहते थे, और यह हमारे लिए प्राथमिकता थी।”
उन्होंने आगे बताया कि मेगा ऑक्शन में कई बार परिस्थितियों के हिसाब से फैसले लेने पड़ते हैं। “भुवी को हासिल करने के लिए हमें खर्च की योजना और टीम पर ध्यान देना पड़ा। ऐसी रही कि हम सिराज के लिए राइट टू मैच कार्ड का इस्तेमाल नहीं कर सके,” बोबाट ने कहा।
RCB के लिए सिराज की उपलब्धियां
मोहम्मद सिराज ने 2018 से 2024 तक RCB के लिए कुल 87 मैच खेले, जिसमें उन्होंने 83 विकेट हासिल किए। उनके प्रदर्शन ने टीम को कई मौकों पर जीत दिलाने में मदद की। सिराज के जाने से न सिर्फ RCB बल्कि उनके फैंस को भी बड़ा झटका लगा।